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ना े ोन
• िा े ोि ओवपओइड को मज क पर काय करिे रोककर काम
करा है। इ का मिब यह है कक िा े ोि िेे मय
ओवपओइड का उपयोग करिे रोग को ििा िहीं होगा।
िा े ोि उि रोचगय म बमारी को वाप आिे रोकिे के लिए
एक अ छा ववक प है जो अब ओवपओइड पर निभ र िहीं ह ।
• िा े ोि ि करिे पर मरीज के िरीर म कोई ओवपओइड िहीं
होिा िाहहए। यहद वे ऐ ा करे ह , ो यह ि ही गंभर वाप का
कार बिेगा। इ पहिे कक कोई चिकक क कक रोग को
िा े ोि पर कय ओवपओइड की ि ि करे, रोग को
चिकक क की देरे म वाप ग जरिा होगा। यह अवचि
6–10 हदि क कहीं भ रह क है।
• िा े ोि को ए ट डे ड ररिीज फॉम म हदया जाा है जज निंब
म इंजे ट ककया जाा है। यह इंजे िि कायािय म चिकक क
वारा हर 3–4 ाह म एक बार िगाया जाा है।
• िा े ोि एक गोिी के प म भ उपि ि है, िेककि बह लम
पररज थनय को छोकर इ फॉम की अि िं ा नहं की जा है।
• कई रोचगय को िंबे मय क िा े ोि िेिा जारी रिा होगा।
यकक िा े ोि िारीररक निभ रा उ प ि िहीं करा है,
इ लिए इ नकार के ि के बबिा अिािक रोका जा का
है। हािाँकक, िा े ोि को रोकिे रोग को दोबारा बमारी होिे
और ओवरडो का रा हो का है। यह के वि चिकक क वारा
ाविािप व क निगराि के ाथ ही ककया जािा िाहहए।